आज 21 July 2025 की 10 बड़ी Share Market अपडेट्स एक जगह! |

नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका Stock Overview में – जहाँ मिलती है आपको बाजार की सबसे तेज़ और सटीक खबरें। आज है 21 जुलाई 2025 आइये जानते हैं आज की टॉप 10 हॉट ख़बरें – एकदम सीधे, एकदम सटीक!

चलिए शुरू करते हैं – आज 21 July 2025 की 10 बड़ी Share Market अपडेट्स

मार्केट में आज ‘वेट एंड वॉच’ की जंग जारी है!

जी हाँ, GIFT Nifty से मिल रहे संकेत बता रहे हैं कि भारतीय बाजार की शुरुआत आज थोड़ी सुस्त हो सकती है।
25,027 के आसपास की ट्रेडिंग यह इशारा कर रही है कि निवेशक फिलहाल ‘देखो और इंतज़ार करो’ की रणनीति अपना रहे हैं।
क्या यह तूफ़ान से पहले की शांति है? चलिए, आज दिनभर में इसका जवाब मिल जाएगा!

GIFT Nifty क्या है? आसान भाषा में समझिए

GIFT Nifty असल में Nifty 50 का फ्यूचर्स वर्जन है, जो अब भारत के GIFT City (गुजरात) से ट्रेड होता है।
पहले इसे SGX Nifty कहा जाता था, क्योंकि यह सिंगापुर में ट्रेड होता था। लेकिन अब इसे भारत में लाकर नया नाम दे दिया गया है — GIFT Nifty

क्या खास है GIFT Nifty में?

  • यह निफ्टी 50 को ट्रैक करता है
  • अमेरिकी डॉलर (USD) में ट्रेड होता है
  • दिन में 21 घंटे चलता है, यानी इंटरनेशनल इन्वेस्टर्स को भी आसानी

कब ट्रेड होता है?

सत्रसमय (IST)
सुबह का सत्र6:30 AM – 3:40 PM
रात का सत्र4:35 PM – 2:45 AM

मतलब जब इंडिया का बाजार बंद होता है, तब भी GIFT Nifty चलता रहता है।

क्यों देखा जाता है GIFT Nifty?

  1. अगले दिन का बाजार कैसा खुलेगा, इसका हिंट देता है
  2. विदेशी निवेशक इससे भारत में ट्रेड कर सकते हैं
  3. ये मार्केट का मूड बताता है – खासकर सुबह-सुबह
  4. हेजिंग के लिए बहुत काम का है (बड़ी संस्थाओं के लिए)

ट्रेडिंग व्यू में कैसे देखें?

TradingView पर सर्च करें:
GIFTNIFTY1!

GIFT Nifty अब भारत का इंटरनेशनल निफ्टी फ्यूचर बन चुका है।
यह न सिर्फ भारत के लिए गर्व की बात है, बल्कि दुनिया भर के निवेशकों को अब भारत से सीधे जुड़ने का मौका देता है — वो भी लगभग 24×7


नतीजों का ‘महापर्व’ शुरू हो गया है!

आज (21 जुलाई 2025) Q1 FY26 के नतीजों की लिस्ट में 46+ कंपनियां शामिल हैं, जिनमें प्रमुख हैं:

  • UltraTech Cement
  • Eternal (Zomato)
  • IDBI Bank
  • Havells India
  • PNB Housing Finance
  • CRISIL, इत्यादि

इन कंपनियों के नतीजे बाजार मूड, सेक्टर ट्रैंड्स और निवेश रणनीति को सशक्त प्रभावित कर सकते हैं।


चीन से आया ‘बिग सरप्राइज’ – NITI Aayog का धांसू प्लान!

सबसे बड़ी खबर! NITI Aayog ने एक ऐसा प्रस्ताव दिया है जो चीन के साथ हमारे रिश्तों को नया मोड़ देगा। अब चीनी कंपनियां बिना सुरक्षा मंज़ूरी के भारतीय कंपनियों में 24% तक हिस्सेदारी ले सकती हैं! क्या ये एक गेम चेंजर साबित होगा?

बहुत से भारतीयों के मन में यही भावना आती है कि “जब चीन बार-बार दुश्मनी दिखाता है, तो हम उसे अपने देश में निवेश की छूट क्यों दे रहे हैं?”

भारत ऐसा क्यूँ कर रहा है? क्या यह सही है?

NITI Aayog ने प्रस्ताव दिया है कि चीन जैसे देशों की कंपनियां कुछ खास शर्तों के तहत 24% तक हिस्सेदारी ले सकें — वो भी बिना सिक्योरिटी मंजूरी के।
इसका मतलब ये नहीं कि चीन को पूरी छूट मिल गई — बल्कि यह एक आर्थिक रणनीति हो सकती है, जिससे भारत को टेक्नोलॉजी, निवेश और ग्लोबल ग्रोथ का फायदा मिले — लेकिन नियंत्रण भारत के पास ही रहे।

भारत और चीन के रिश्ते राजनीतिक तौर पर तनावपूर्ण हैं (जैसे LAC विवाद),

लेकिन वाणिज्यिक रूप से चीन अभी भी भारत का बड़ा व्यापारिक पार्टनर है।
2023-24 में भारत का चीन से व्यापार करीब $118 अरब डॉलर रहा, जिसमें बहुत सामान भारत चीन से आयात करता है (इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मा, मशीनरी आदि)।

इसलिए भारत एक बैलेंस बना रहा है – न ज़्यादा झुकाव, न पूरी दूरी।

24% का निवेश कंट्रोल नहीं देता

अगर कोई विदेशी कंपनी सिर्फ 24% हिस्सेदारी लेती है, तो उसे:

  • बोर्ड कंट्रोल नहीं मिलता
  • वोटिंग पावर लिमिटेड रहती है
  • रणनीतिक निर्णयों में हस्तक्षेप नहीं कर सकती

इसका मतलब यह है कि चीन का पैसा तो आएगा, लेकिन कंट्रोल भारत के पास ही रहेगा।

NITI Aayog का ये प्रस्ताव सिर्फ चीन तक सीमित नहीं है — यह high-risk neighboring countries के लिए है (जैसे चीन, पाकिस्तान)।

इसका मकसद हो सकता है:

भारत में ज्यादा FDI (Foreign Direct Investment) लाना

स्टार्टअप्स और टेक कंपनियों को फंडिंग देना

और निवेश के ज़रिए चीन को “नरम कूटनीति” से कंट्रोल करना


FIIs की ‘बिकवाली एक्सप्रेस’ जारी, लेकिन DIIs दे रहे हैं सहारा!

विदेशी निवेशक कर रहे हैं दूरी, देश के निवेशक संभाल रहे हैं मोर्चा

जुलाई का महीना भारतीय शेयर बाज़ार के लिए थोड़ा टेढ़ा साबित हो रहा है। विदेशी निवेशक यानी FIIs लगातार भारतीय बाज़ार से पैसा निकाल रहे हैं — अब तक करीब ₹10,775 करोड़ की बिकवाली कर चुके हैं। ये वैसा ही है जैसे कोई मेहमान रुकने आया और बिना बताए चुपचाप निकल गया, जिससे घर (बाज़ार) का माहौल थोड़ा फीका हो गया।

लेकिन अच्छी बात ये है कि जब बाहरवाले जा रहे हैं, हमारे अपने घरेलू निवेशक यानी DIIs मजबूती से खड़े हैं। इन्होंने ₹13,600 करोड़ से ज़्यादा की खरीदारी की है, जो दिखाता है कि उन्हें भारत की अर्थव्यवस्था और कंपनियों पर भरोसा है।

इसका मतलब क्या निकाले एक आम निवेशक के लिए?

जब बड़े विदेशी फंड निकलते हैं, तो बाज़ार डगमगाता है। लेकिन जब घर के लोग (DIIs) इसे थाम लेते हैं, तो एक उम्मीद बनती है कि हालात जल्दी सुधर सकते हैं।

क्या आगे भी ऐसा ही रहेगा?

शेयर बाज़ार का मूड इन FIIs और DIIs की चाल पर काफी हद तक टिका है। अगर FIIs की बिकवाली और तेज़ होती है, तो बाज़ार में गिरावट बनी रह सकती है। लेकिन अगर DIIs इसी तरह भरोसे के साथ टिके रहें, तो ये गिरावट लंबे समय तक नहीं टिकेगी।

जब बाहर के मेहमान खामोशी से लौट जाएं… तब घरवालों का हौसला ही असली ताकत बनता है।” “बाज़ार से पैसा निकल रहा है… जैसे रेत मुट्ठी से फिसल रही हो। लेकिन ये बस एक दौर है — हमेशा नहीं रहता।” जैसे कोई मेहमान बिन बताए निकल जाए… वैसे ही FII भी निकल गए — और बाज़ार का मूड बिगड़ गया।” “जब अपने खड़े रहें, तो गिरती चीज़ें भी संभल जाती हैं। DIIs ने बाज़ार को थामे रखा है।” “डर नहीं… समझदारी से सोचो। गिरावट का मतलब मौका भी हो सकता है।” “बाज़ार की चाल अभी अनिश्चित है… पर यकीन रखो, जो टिकेगा… वही कमाएगा।”


पिछला हफ्ता रहा ‘लाल निशान’ में – क्यों गिरी थी सेंसेक्स-निफ्टी?

तीसरे हफ्ते की गिरावट ने बाज़ार की थकान दिखा दी है। शुक्रवार को सेंसेक्स 500 से ज़्यादा अंक लुढ़का और निफ्टी भी 25,000 के नीचे फिसल गया। कमज़ोर नतीजे, ऊँचा वैल्यूएशन और ग्लोबल अनिश्चितता अब निवेशकों को सोचने पर मजबूर कर रही है।


आज एक्स-डिविडेंड ट्रेडिंग

जब कोई कंपनी अपने शेयरधारकों को डिविडेंड (लाभांश) देने की घोषणा करती है, तो उसके शेयर कुछ समय बाद “एक्स-डिविडेंड” हो जाते हैं।
एक्स-डिविडेंड डेट वह दिन होता है जिस दिन या उसके बाद अगर आपने शेयर खरीदे, तो आपको उस डिविडेंड का फायदा नहीं मिलेगा।

मतलब:
अगर आप डिविडेंड के हकदार बनना चाहते हैं, तो एक्स-डिविडेंड डेट से पहले शेयर खरीदना ज़रूरी होता है। एक्स-डिविडेंड डेट के दिन या उसके बाद खरीदे गए शेयरों पर डिविडेंड नहीं मिलता, भले ही कंपनी बाद में पैसा दे।

आज एक्स-डिविडेंड ट्रेड करने वाली कंपनियाँ:

  • Happy Forgings
  • Hind Rectifiers
  • Menon Pistons
  • SIL Investments
  • Voltamp Transformers

निफ्टी का ‘लक्ष्य’ क्या है? तकनीकी गुरुओं का एनालिसिस!

तकनीकी तौर पर, निफ्टी 25,000 के नीचे आ चुका है, जो चिंता की बात है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि 24,900 का स्तर निफ्टी के लिए ‘जीवन रेखा’ है! अगर ये टूटा, तो फिर सीधा 24,650! तो अपनी ‘स्टॉप लॉस’ सेट करके रखिएगा!


आज कौन से स्टॉक्स हैं ‘फोकस’ में?

विशेषज्ञों ने आज जिन स्टॉक्स में खरीदारी की सलाह दी है, उनमें शामिल हैं:

Nestle India, ICICI Bank, Hindalco, Can Fin Homes और Hatsun Agro Product


IPO बाजार में भी ‘रॉकेट’ लॉन्च!

Anthem Biosciences की IPO ₹570 पर थी, और आज यह स्टॉक ₹723 पर लिस्ट होकर 27% ऊपर खुला। यानी शुरुआती दिन ही निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न मिला है।


वैश्विक बाजार से ‘झटका’ या ‘सहारा’?

वैश्विक संकेत मिले-जुले हैं। जापान में राजनीतिक अनिश्चितता से येन मज़बूत हुआ है। अमेरिका-चीन के बीच टैरिफ को लेकर तनाव फिर बढ़ रहा है, जिससे बाजार में हलचल देखी जा रही है। साथ ही कच्चे तेल की कीमतों पर भी नजर रहेगी।

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