Share Market मे Exchange Traded Funds (ETFs), Swing Trading के लिये बहुत ही अच्छा विकल्प है। ETF आपको Trading और Investment दोनों की ही flexibility देता है। जिससे सुरक्षित तरीके से लाभ कमाया जा सकता है।
Why Are ETFs Best for Swing Trading? इसे समझने के लिए Exchange Traded Funds क्या है, पहले इसे समझना आवश्यक है। फिर हम इस आर्टिकल से ये समझेंगे की Swing Trading के लिए ETFs का चयन क्यों करते हैं।
What is an ETF (Exchange Traded Fund)?
ETFs – Investment funds होते हैं। जो स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड होते हैं। इन्हे शेयरों की तरह खरीदा और बेचा जा सकता है। यह इंडेक्स, सेक्टर, या एसेट क्लास (जैसे गोल्ड, बॉन्ड) को ट्रैक करने का काम करते हैं। यह single share नहीं होते,बल्कि shares की एक diversified basket (stocks ,bonds ,commodities) होती है, जो आपके risk को एक single share की तुलना मे कम कर देती है।
Stocks – Nifty 50(NIFTYBEES), Nifty Bank(BANKBEES), SENSEX(UTISENSETF), Nifty 100(LICNFNHGP)
Bonds – Nifty BHARAT BOND (NSE CODE -EBBETF0431), BHARAT BOND ETF-April 2033(NSE CODE-EBBETF0433)
Commodities – GOLD, SILVER, OIL, AGRICULTURAL ETFs
Who regulates Exchange Traded Funds?
In India– Securities and Exchange Board of India (SEBI)
In the United States– Securities and Exchange Commission (SEC) in the United States
Single share और Diversified basket का अंतर


हर ETF एक विशेष इंडेक्स को फॉलो करता है जैसे –


The Smart Way to Buy ETFs
Liquidity (तरलता) – ETF को खरीदते समय तरलता (Liquidity) का ध्यान देना बहुत मह्त्वपूर्ण। इसका अर्थ होता है कि, किसी संपत्ति जैसे stocks , bonds , properties को आसानी से cash मे बदलना बिना उसकी कीमत कम हुए।
अगर बाज़ार मे खदीदने और बेचने वालो की संख्या या सक्रियता कम हो तो इससे लेन देन मे कठनाई हो सकती है। जब volume कम होता है तो बिड प्राइस (खरीदने की कीमत) और आस्क प्राइस (बेचने की कीमत) के बीच अंतर पैदा हो जाता है। जिससे ट्रेडर्स और इन्वेस्टर को नुकसान हो सकता है।
इसलिए हम High Volume वाले ETF मे Swing Trading करते हैं।
Diversification (विविधीकरण) – NSE की वेबसाइट पर लगभग 227 ETF लिस्टेड हैं लेकिन उसमे से कुछ High Volume ETFs हैं जिनमे swing trading की जाती है। ये ETF ज्यादा Liquidity और Volatility देते हैं। जो SHORT TERM TRADING के लिए उपयुक्त होते हैं।
- MARKET RISK को कम करने के लिए हम अलग – अलग सेक्टर के ETF को अपने पोर्टफोलियो मे रखते हैं ।
- ETF को खरीदने और रखने की लागत कम होती है।
- ETF पूरी तरीके से पारदर्शित है। आप अपने Portfolio मे Profit Book कर सकते हैं , Rebalance कर सकते हैं।
- आप अपने profit को reinvest करके अपने financial goal को जल्दी achieve कर सकते हैं ।
स्विंग ट्रेडिंग के लिए ETF सबसे अच्छे क्यों हैं?

Why Are ETFs Best for Swing Trading?
Swing Trading का aim ट्रेंडिंग मार्केट में short-to-medium-term के price movement से फायदा उठाना होता है। इसमें ट्रेडर्स chart pattern, technical indicator (Bollinger bands, RSI, MACD) और support-resistance level का उपयोग करके best entry और exit point चुनते हैं।
Swing Trading एक excellent way है short term में Profit कमाने का, लेकिन इसके लिए right strategy और risk management जरूरी है।
क्या Swing Trading आपके लिए सही है?
अगर आपके पास रोज़ कुछ घंटे का समय है और आप technical analysis सीख सकते हैं, तो Swing Trading आपके लिए एक बढ़िया option हो सकता है।
Swing Trading के लिए जरूरी notes
Choose the right stocks– high-volume और trending stocks लें।
Set a stop loss– Capital protection जरूरी है।
Position sizing– पूरे फंड को एक ही स्टॉक में न लगाएं।
Control emotions – fear और greed से दूर रहें।
Back test your strategy – अपनी strategy को टेस्ट करें।
ETF (एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड) स्विंग ट्रेडिंग के लिए एक बेहतरीन विकल्प माने जाते हैं क्योंकि वे कई लाभ प्रदान करते हैं। आइए जानें कि स्विंग ट्रेडर्स के लिए ETF क्यों उपयुक्त हैं
1. Diversification
ETF कई शेयरों, बॉन्ड्स या अन्य परिसंपत्तियों (assets) का मिश्रण होते हैं। यह विविधता जोखिम को कम करती है और स्विंग ट्रेडर्स को एक स्थिर ट्रेडिंग अनुभव देती है।
2. High Liquidity
ETF को स्टॉक्स की तरह एक्सचेंज पर खरीदा और बेचा जा सकता है। उनकी उच्च तरलता (liquidity) के कारण स्विंग ट्रेडर्स आसानी से किसी भी समय पोजीशन ले या छोड़ सकते हैं।
3. Lower Volatility
व्यक्तिगत स्टॉक्स की तुलना में ETF कम अस्थिर (volatile) होते हैं क्योंकि वे कई कंपनियों या सेक्टर्स में निवेश किए गए होते हैं। इससे स्विंग ट्रेडर्स को बेहतर जोखिम प्रबंधन करने में मदद मिलती है।
4.Cost-Effectiveness
ETF पर मैनेजमेंट फीस कम होती है, जिससे ट्रेडिंग में अधिक लाभ प्राप्त करने में मदद मिलती है। अन्य वित्तीय उत्पादों की तुलना में स्विंग ट्रेडिंग में लागत कम आती है।
5. Access to Multiple Markets
ETF विभिन्न सेक्टर्स, एसेट क्लास, और क्षेत्रों में निवेश करने का अवसर प्रदान करते हैं। इससे स्विंग ट्रेडर्स को बाजार के विभिन्न ट्रेंड्स का लाभ उठाने का मौका मिलता है।
6. Ideal for Technical Analysis
ETF की कीमतों का इतिहास आसानी से उपलब्ध होता है, जिससे तकनीकी विश्लेषण (technical analysis) करना आसान हो जाता है। चार्ट पैटर्न, ट्रेंड्स और इंडिकेटर्स का उपयोग करके स्विंग ट्रेडर्स बेहतर निर्णय ले सकते हैं।
ETF स्विंग ट्रेडिंग के लिए एक आदर्श विकल्प हैं क्योंकि वे विविधता, उच्च तरलता, कम जोखिम, और लागत-कुशलता प्रदान करते हैं। यदि आप स्विंग ट्रेडिंग में रुचि रखते हैं, तो ETF आपके लिए एक स्मार्ट और व्यावहारिक विकल्प हो सकते हैं।
How to Find the Best High-Volume ETFs

- NSE की Official Website (आधिकारिक वेबसाइट) nseindia.com को अपने ब्राउज़र में खोलें। अब आपके सामने National Stock Exchange of India Ltd का होम पेज खुल जाएगा।

- Home Page खुलने के बाद, आप स्क्रॉल करते हुए थोड़ा नीचे जाएंगे, आपको एक ऑप्शन “View All” दिखाई देगा, जिस पर क्लिक करना है।

- अब आप Market Watch – Equity/Stock के नीचे Products Section मे Exchange Traded Fund पर click करें।

- अब Exchange Traded Funds की list आपके सामने open हो जाएगी। अब लिस्ट मे filter लगाकर आप देख पा रहे होंगे एक दिन मे कितने Volume मे trade हुआ और value in crores क्या है। अगर आपको high volume वाले ETFs मे trade करना है तो Value in Crores को Filter में चुनें, फिर Red down arrow आने के बाद Right Side में XLS Download (.csv) फाइल पर क्लिक करना है और इस फाइल को डाउनलोड कर लेना है।

- अब इस Excel sheet मे लगभग 227 ETF की लिस्ट होगी, अब इसमे UNDERLYING ASSETS मे फिर से फ़िल्टर लगाकर, Equity ETFs और Debt ETFs को अलग – अलग कर सकते हैं।

- अगर आपको एक सेक्टर या एक अंडरलाइंग एसेट के एक ETF मे trade या investment करना है तो आप उनमे से सबसे अधिक volume वाले ETF का चयन कर सकते हैं। इसको हम GOLDBEES के EXAMPLE से समझते हैं।

ETF Charts: Spot Trends & Trade Better
ETF के CHART को हम TRADING VIEW, ZERODHA, ANGEL ONE, ICICI DIRECT,UPSTOX, M. Stock, DHAN जैसे अन्य BROKERAGE PLATFORMS या APPS पर देख सकते हैं।
यहॉं आपको ETF के LIVE CHARTS और TECHNICAL INDICATORS मिलते हैं। जिनकी मदद से आप BAZAR को समझकर सही फैसले ले सकते हैं।

Boost Your ETF Profits with Effective Money Management

- हमेशा एक आपातकालीन EMERGENCY FUND MAINTAIN करें। जो आपके 12 महीनो की जरुरत को कवर कर सके।
- इस फण्ड को ETF मे ना लगाएँ क्योकि ये आपका EMERGENCY FUND है।
- अपने कुल निवेश का एक ही हिस्सा ETF TRADING या INVESTING के लिए रखें।
- INVESTMENT करने से पहले HEALTH INSURANCE ,TERM PLAN या LIFE INSURANCE आपके पास होना चाहिए तभी TRADING या INVESTMENT की सोचें।
- MARKET जोखिम से भरा होता है। इसलिए CAPITAL का कुछ भाग TRADING और INVESTING के लिए अलग रखें ।
- बज़ार के उतार चढ़ाव से घबराकर जल्दी – जल्दी ENTRY और EXIT ना लें ।
- MARKET मे लम्बे समय तक बने रहें। और अपने STRATEGY का पालन करें।
- बज़ार की ऊँचाई पर खरीदारी से बचने का सबसे अच्छा रास्ता SIP के द्वारा INVESTMENT करना है।
- AVERAGING करने के लिए भी फण्ड बचा कर रखें।
- ETF मे अपनी ETF CAPITAL का 2.5% ही एक सेक्टर मे TRADE करे। TRADE करने के लिए आपके पास STRATEGY होनी चाहिए और उसका पालन भी सख्ती से होना चाहिए।
- ETF को एक स्ट्रेटेजी बनाकर APPLY करें । जैसे CHART पर MOVING AVERAGE (5 ,13, 20 या,26 , 50 , 100 ,200 या ,240) इनका प्रयोग करें। जो आपको TRADING VIEW या किसी भी DEMAT ACCOUNT मे फ्री मे उपलब्ध हो जायगा।
- आजकल सबसे ज्यादा प्रयोग मे आने वाली GOOGLE FINANCE SHEET है जिसमे FORMULA का USE करके ON LINE MARKET DATA को आसानी से ANALYZE और MANAGE किया जाता है। जिसे हम DISCIPLINED TRADING कहते है। जो बहुत ऊपयोगी भी है। हम सबको SYSTEMATIC TRADING के लिए इसे जानना और सीखना बहुत आवश्यक है।
- GOOGLE FINANCE SHEET बनाना सीखने के लिए YOUTUBE PLATFORM की HELP बहुत उपयोगी होगी।
- You Tube बहुत ही अच्छा माध्यम है learning के लिए आप Best Youtuber Sir Mr .Mahesh Chander Kaushik, Fire in India के Mr .Krishan Fulera Sir से भी learn कर सकते हैं।
Profit Booking Strategies for Success in ETFs
MARKET मे निवेश की गयी राशि का कुछ PERCENTAGE जैसे 3%, 5%, 6%, 6.5% जो भी आप निर्धारित करते हैं अपनी STRATEGY ( ETF SWING TRADING ) के अनुसार इसे BOOK जरूर करें अपने CAPITAL को सुरक्षित करने के लिए।
अगर TIME से आप PROFIT BOOKING की आदत डाल लेंगे तो BAZAR के उतार चढ़ाव से घबराएंगे नही।
MARKET UPTREND मे है तो प्रॉफिट बुक करें अगर DOWNTREND मे है तो MARKET मे पैसा लगाने का टाइम है घबराकर अपना स्टॉक सेल मत करें ।
Compound Your Way to Wealth with ETFs
EARN किए हुए PROFIT का कुछ भाग REINVEST जरूर करें। जिससे आप अपना FINANCIAL GOAL तेजी से हासिल कर सकते हैं।
लम्बे समय के लिए अपने निवेश की योजना बनाएं।
Where to buy exchange traded funds?
आपको NSE या BSE पर ट्रेडिंग करने के लिए एक ब्रोकर अकाउंट की आवश्यकता होगी।
ETF खरीदने के लिए आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट और डिमैट अकाउंट होना चाहिए।
ट्रेडिंग अकाउंट: इसे ब्रोकर के साथ खोला जाता है, जो आपको स्टॉक्स और ETFs ट्रेड करने में मदद करता है।
डिमैट अकाउंट: इसमें आपके ETF यूनिट्स और अन्य सिक्योरिटीज़ का रिकॉर्ड रखा जाता है।
ब्रोकर अकाउंट– Zerodha, Upstox, 5paisa, Angel One,
मोबाइल इन्वेस्टमेंट ऐप्स– Groww, ETMoney, Upstox, Paytm Money
म्यूचुअल फंड हाउसेस– ETF Units ,AMCs (एसेट मैनेजमेंट कंपनी) के माध्यम से भी खरीदी जा जाती हैं, जो ETFs लॉन्च करती हैं।
फाइनेंशियल एडवाइजर्स या वेल्थ मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म्स– प्रमाणित फाइनेंशियल एडवाइजर या वेल्थ मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी ETFs खरीद सकते हैं
Conclusion
हमे आशा है की इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको ETFs (EXCHANGE-TRADED-FUNDS) के बारे मे उपयोगी जानकारी मिली होगी। जिससे आप SWING TRADING और LONG TERM INVESTMENT सही तरीके से करें। हमारा उद्देशय आपको शेयर मार्केट से जुड़ी जानकारी देना है जिससे आप किसी के बहकावे में आकर गलत निवेश ना करें।
आपका किया हुआ निवेश आपको RETURN GENERATE कर के दे इसलिए आपको मार्केट के हर पहलु का बेसिक KNOWLEDGE होना बहुत जरुरी है।
किसी भी विकल्प चाहे वो TRADING हो या INVESTMENT उसके बारे मे अधिक से अधिक जानकारी जुटाएं क्योंकि SHARE MARKET जोखिम से जुड़ा होता है।
आपके निवेश के फैसले की जिम्मेदारी आपकी खुद की होती है। इसलिए समझदारी और ज्ञान के साथ निवेश करें।
हमे विश्वास है की हमारा ये छोटा सा प्रयास आपके लिए मददगार साबित होगा।
Top ETF Trading Questions Answered
ईटीएफ की कीमतें कहाँ देख सकते हैं ?
nseindia.com, किसी भी demat broker platform पर।
क्या ईटीएफ उच्च जोखिम वाला निवेश है?
कम जोखिम वाला निवेश है अगर हाई वॉल्यूम के ETF का चयन किया जाए ।
क्या ईटीएफ कभी भी बेच सकते हैं ?
हाँ ,अगर अपने निवेश से PROFIT BOOK कर चुके हैं तो उसे USE करिये या REINVEST करिये ।
क्या ईटीएफ मे SIP कर सकते हैं ?
हाँ कर सकते हैं। BROKER का PLATFORM CHECK करें।
क्या ETF मे TRADE और INVESTMENT दोनों कर सकते हैं ?
हाँ। INTRADAY ,SWING TRADING , SHORT & LONG TERM INVESTMENT
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ETFs से Risk -Free कमाई के Best Secrets
Important Disclaimer: Read Before You Trade
इस लेख मे दी गयी जानकारी केवल सीखने और समझने के लिए है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें। निवेश का निर्णय लेने से पहले खुद से पूरा विश्लेषण करें । इस लेख के उपयोग करने से होने वाली किसी भी नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे।
Contents
- 1 What is an ETF (Exchange Traded Fund)?
- 2 Who regulates Exchange Traded Funds?
- 3 The Smart Way to Buy ETFs
- 4 स्विंग ट्रेडिंग के लिए ETF सबसे अच्छे क्यों हैं?
- 5 How to Find the Best High-Volume ETFs
- 6 ETF Charts: Spot Trends & Trade Better
- 7 Boost Your ETF Profits with Effective Money Management
- 8 Profit Booking Strategies for Success in ETFs
- 9 Compound Your Way to Wealth with ETFs
- 10 Where to buy exchange traded funds?
- 11 Top ETF Trading Questions Answered