सावधान रहें! कोई भी प्लेटफार्म जब किसी गवर्न्मेंट से मान्यता प्राप्त नहीं है तो आप उस पर यकीन कैसे कर सकते हैं – ऑनलाइन निवेश ठगी: फेक ट्रेडिंग वेबसाइट से सावधान रहें! इस टॉपिक को पूरी तरह एनालिसिस करते हैं ताकि कोई और इस तरह की इमोशनल बेवकूफी करने से बचे। पैसा धीरे – धीरे ग्रो होता है। याद रखें। चलिए जानते हैं पूरा सच।
एक 50 वर्षीय MNC प्रोफेशनल (गुरुग्राम) ने डेटिंग ऐप Bumble पर एक महिला से संपर्क किया। उस आदमी को लगा कि उसे प्यार हो गया है, वे रोज़ बात करने लगे, कहानियाँ (ज़िंदगी के किस्से) साझा करने लगे, और वीडियो कॉल्स भी शुरू कर दीं। सब कुछ असली लग रहा था। देखिए कैसे एक आम व्यक्ति एक महिला के जाल में फंस गया, जो असली लग रही थी लेकिन असल में धोखेबाज़ थी।
देखिये वो औरत जाल कैसे बिछाती है। दोनों आपस मै बाते करते हैं एक चैट के दौरान उस आदमी ने बताया कि उसका सपना है “कभी गोवा में एक घर खरीदना।” तब उस औरत ने कहा —
“मैं तुम्हें स्टॉक मार्केट में निवेश करके करोड़ों कमाने में मदद कर सकती हूँ।” उसने तो यह भी दावा किया कि उसने खुद पहले ही ₹50 करोड़ कमा लिए हैं!
इसका मतलब यह है कि उस आदमी को उस औरत ने स्टॉक मार्केट में अमीर बनने का लालच देकर फँसाना शुरू किया। यह एक स्कैम (ठगी) की शुरुआत थी — जहाँ कोई भरोसा जीतकर आपको पैसे निवेश करने के लिए उकसाता है।
अब वो औरत उस आदमी को एक लिंक सेंड करती है जो एक स्पेशल ट्रेडिंग वेबसाइट” का था। वो वेबसाइट देखने में बहुत प्रोफेशनल लग रही थी — चार्ट्स, प्रॉफिट नंबर, और टेस्टिमोनियल्स (लोगों की सफलता की कहानियाँ) से भरी हुई।
उसने Telegram और WhatsApp ग्रुप्स भी जॉइन किए, जहाँ हर कोई ऐसा दिखा रहा था कि वे खूब पैसे कमा रहे हैं। लेकिन सच्चाई ये थी कि — यह सब नकली था!
इस तरह धोखेबाज़ पहले भरोसा जीतते हैं, फिर फेक वेबसाइट्स और नकली ग्रुप्स दिखाकर लोगों को यकीन दिलाते हैं कि वहाँ सब पैसा कमा रहे हैं।
असल में, ये सब फर्जी सेटअप होता है ताकि व्यक्ति पैसे निवेश करे — और बाद में उसका पैसा ठग लिया जाए।
29 अगस्त को उसने अपना पहला छोटा निवेश किया। वेबसाइट ने उसे मुनाफ़ा दिखाया — और उसे और पैसा लगाने के लिए उकसाया। वह बार-बार निवेश करता गया… (जब तक कि कुल रकम ₹73 लाख तक नहीं पहुँच गई।
देखिये कैसे उस व्यक्ति ने पहले थोड़ा पैसा निवेश किया, और वेबसाइट ने झूठा मुनाफ़ा दिखाकर उसे और निवेश करने के लिए राज़ी किया। वह बार-बार निवेश करता गया, और आखिर में उसकी कुल निवेश राशि ₹73 लाख तक पहुँच गई। असल में, यह सब ठगी का हिस्सा था — वेबसाइट नकली थी और “प्रॉफिट” सिर्फ़ दिखावा था ताकि आदमी और पैसे लगाए।
जब उसने पैसे निकालने की कोशिश की तो उसे ब्लॉक कर दिया गया और फंड वापस नहीं मिले। बाद में उसने यह मामला गुरुग्राम साइबर पुलिस को रिपोर्ट किया; पुलिस ने जांच शुरू कर दी और लोगों को सतर्क किया।
ऑनलाइन दुनिया में हर चमकती चीज़ सोना नहीं होती।
ठग लोग आजकल बहुत चालाकी से आपकी भावनाओं और सपनों का फ़ायदा उठाते हैं — पहले भरोसा जीतते हैं, फिर आपको “आसान पैसा” या “जल्दी अमीर बनने” का लालच देकर फँसाते हैं।
चाहे कोई वेबसाइट कितनी भी प्रोफेशनल लगे या ग्रुप में सब “कमा रहे हों”,
बिना जांचे-परखे कभी भी अपना पैसा निवेश न करें।
हमेशा याद रखें —सच्चे निवेश में समय लगता है, ठगी में सब कुछ तुरंत खो जाता है।
सुरक्षित रहें, समझदारी से निवेश करें।
यह किस तरह का स्कैम है ? यह मूल रूप से रोमांस-लव-स्कैम + निवेश-फ्रॉड का मिश्रण है। स्कैमर पहले भावनात्मक भरोसा बनाते हैं (dating app पर), फिर निवेश/ट्रेडिंग का झांसा देकर पैसे निकाल लेते हैं। अक्सर उपयोग किए गए तरीकों में फेक निवेश प्लेटफॉर्म, फर्जी रिटर्न-स्लिप्स, Telegram/WhatsApp समूह जहाँ “सफल निवेशकों” की कहानी बताई जाती है, और पैसे निकालने पर बहाने बनाकर ब्लॉक कर देना शामिल है।प्लेटफॉर्म खुद नकली हो सकता है (किसी रजिस्टर कंपनी का नाम भी दिखा सकते हैं), और कंट्रोल वाले बैंक/पीअर-टू-पीअर भुगतान या वर्चुअल वॉलेट का इस्तेमाल होता है ताकि ट्रेस मुश्किल हो।
पीड़ित के लिए तुरंत करने योग्य कदम
बैंक/UPI/पेमेंट प्रोवाइडर को तुरंत सूचित करें और यदि संभव हो तो रिकॉल/स्टॉप पेमेंट की मांग करें।
जिस बैंक/वॉलेट/UPI अकाउंट में पैसा गया है, उसका विवरण इकट्ठा रखें (ट्रांजैक्शन आईडी, तारीख, अकाउंट, मोबाइल नंबर)।
सभी चैट, कॉल रिकॉर्डिंग, स्क्रीनशॉट, Telegram-group लिंक, और उस प्लेटफॉर्म के यूज़र-प्रोफाइल्स की कॉपी संभाल कर रखें — ये सब सबूत हैं।
न तो स्कैमर से और पैसे भेजें और न ही किसी “राहत” या “टैक्स/फीस” के नाम पर नई रकम दें।
अपने ब्राउज़र/डिवाइस के पासवर्ड बदल दें, 2FA चालू करें, और यदि आपने कोई डॉक्यूमेंट/केवाईसी भेजा था तो उसकी सुरक्षा पर ध्यान दें।
रिपोर्ट कैसे करें
नज़दीकी पुलिस स्टेशन जाकर FIR दर्ज कराएं — “साइबर फ्रॉड/ठगी” की शिकायत लिखवाएँ।
भारत में साइबर शिकायत पोर्टल: cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं
बैंक/UPI/पेमेंट प्रोवाइडर को लिखित शिकायत भेजें और chargeback/settlement के लिए पूछें।
Telegram/ऐप के सपोर्ट को रिपोर्ट करें — ग्रुप/यूजर को ब्लॉक और रिपोर्ट करने का अनुरोध करें (कभी-कभी प्लेटफॉर्म अकाउंट बंद कर देते हैं)।
कानूनी और वित्तीय सहायता विकल्प
यदि राशि बड़ी है तो साइबर/विक्टिम-सहायता-सेक्शन वाले वकील से मिलें।
बैंक/प्लेटफॉर्म से जो जानकारी मिले, उसका उपयोग पुलिस के साथ साझा करें — जांच में tracing के लिए जरूरी होता है।
अगर विदेश/ऑफशोर अकाउंट का संबंध है तो जांच और पेमेंट ट्रेस मुश्किल हो सकती है; तब विशेषज्ञ वकील और साइबर टीम मदद करेंगे।
बचाव के संकेत (red flags) — आगे से सावधान रहें
डेटिंग पर जल्दी भरोसा बनाना और फौरन निवेश-सुझाव देना।
“गैर-रिस्की”, “निश्चित” या असाधारण उच्च रिटर्न का वादा।
सिर्फ Telegram/प्राइवेट चैनल में उपलब्ध निवेश सिग्नल; कोई पब्लिक ट्रैक रिकॉर्ड नहीं।
पैसे निकालने पर बहाना बनाना या अकाउंट ब्लॉक कर देना।
प्लेटफॉर्म का कोई वैध लाइसेंस/SEBI/बैंक रजिस्ट्रेशन का सबूत न होना।

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